Stone Man Disease: फाइब्रोडिस्प्लेसिया ओसिफिकेंस प्रोग्रेसिवा (FOP) एक दुर्लभ और गंभीर बीमारी है, जिसे आमतौर पर स्टोन मैन डिजीज (Stone Man Disease) के नाम से जाना जाता है. यह बीमारी इतनी कम होती है कि यह सिर्फ 10 लाख लोगों में से किसी एक को होती है. इसके कारण शरीर में हड्डियों का एक और कंकाल बन जाता है, जो शरीर की सामान्य गतिविधियों को रोक देता है. इसे मंचमेयर डिजीज (Munchmeyer Disease) भी कहा जाता है.
बीमारी का कारण और लक्षण
यह बीमारी ACVR1 नामक जीन में होने वाले म्यूटेशन के कारण होती है. यह जीन हड्डियों के विकास और निर्माण के लिए जिम्मेदार होता है. जब भ्रूण का विकास हो रहा होता है, तब यह जीन कंकाल के निर्माण में मदद करता है और जीवन भर हड्डियों का ख्याल रखता है. अगर इस जीन में म्यूटेशन हो जाता है, तो शरीर में एक और कंकाल बनने लगता है.
यह बीमारी किसी विशेष इलाके या नस्ल से संबंधित नहीं होती, और किसी भी व्यक्ति को हो सकती है. खास बात यह है कि इसकी कोई फैमिली हिस्ट्री भी नहीं होती. म्यूटेशन के कारण शरीर में मांसपेशियों और टिश्यू की जगह हड्डियों की वृद्धि शुरू हो जाती है, जिससे शरीर में एक अतिरिक्त कंकाल विकसित होने लगता है.
Stone Man Disease के लक्षण
ऊंचाई कम होना
जन्म के समय बड़ी एड़ियां
अंगूठे का अजीब आकार
इसके अलावा, मरीज को शरीर के कुछ हिस्सों में जलन या दर्द महसूस हो सकता है, और बीच-बीच में अकड़न, बुखार जैसे फ्लू के लक्षण भी दिख सकते हैं. यह बीमारी धीरे-धीरे शरीर के गले, पीठ, छाती, बांह और पैरों को प्रभावित करती है. मरीज की शारीरिक गति पर इसका गहरा असर पड़ता है और 30 साल की उम्र तक वह हिल भी नहीं पाता.
जीवनकाल और उपचार
इस बीमारी से जूझने वाले लोग सामान्यतः 56 साल तक ही जीवित रहते हैं, और इनकी मौत अक्सर कार्डियोरेस्पिरेटरी फेल्योर (हृदय और सांस से संबंधित समस्याओं) के कारण होती है. जब हड्डियां बढ़ने लगती हैं, तो सांस लेने में कठिनाई होती है. इसका कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन दर्द और सूजन कम करने के लिए कुछ दवाइयाँ दी जाती हैं. अमेरिका में Palovarotene नामक दवा उपलब्ध है, जो 54% मामलों में आराम देती है, लेकिन यह पूरी तरह से बीमारी का इलाज नहीं कर पाती.