Fasting Tips for Pregnant : हरियाली तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है. पति की लम्बी और खुशहाल जिंदगी के लिए महिलाएं यह व्रत रखती हैं. यह व्रत पूरे दिन बिना अन्न-जल ग्रहण किए रखा जाने वाला होता है, इसलिए यह आसान नहीं होता. अगर आप प्रेग्नेंसी में यह व्रत रखने वाली हैं, तो आपको और भी ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है. प्रेग्नेंसी में हरियाली तीज का व्रत:
सावधानियाँ और टिप्स
सदा सुहागिन बने रहने के लिए सुहागिन महिलाएं हरियाली तीज का व्रत रखती हैं। यह पर्व महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है, जिसमें वे अपने पति की लंबी और खुशहाल जिंदगी के लिए व्रत रखती हैं। हरियाली तीज इस वर्ष 7 अगस्त को मनाई जा रही है। इस दिन महिलाएं बिना अन्न-जल ग्रहण किए पूरे दिन व्रत रखती हैं और शाम को विधि-विधान से मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने के बाद व्रत खोलती हैं। उमस भरे मौसम में बिना कुछ खाए-पिए उपवास रखना बेहद कठिन होता है और अगर आप प्रेग्नेंसी में यह व्रत रख रही हैं, तो आपको और भी अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। वरना इससे कई बार परेशानी बढ़ सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान और डिलीवरी के तुरंत बाद दोनों ही स्थितियों में कुछ आवश्यक सावधानियां बरतना जरूरी है। आइए जानते हैं, इन सावधानियों के बारे में विस्तार से।
हाइड्रेट रखें बॉडी को
प्रेग्नेंट महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं दोनों के लिए निर्जला व्रत सही नहीं होता। अगर आप व्रत रख रही हैं, तो बॉडी को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। व्रत के दौरान सादा पानी पीना कई बार मुश्किल हो सकता है, इसलिए इसके अलावा नारियल पानी, दूध, जूस, लस्सी जैसे लिक्विड्स का सेवन करती रहें। व्रत खोलते समय भी सबसे पहले कुछ लिक्विड्स ही लें ताकि बॉडी में हाइड्रेशन बनी रहे। हाइड्रेशन से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और कमजोरी महसूस नहीं होती।
कम कॉफी पिएं
व्रत के दौरान भूख कंट्रोल करने के लिए लोग अक्सर चाय और कॉफी का अधिक सेवन करते हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी में ऐसा करना नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा चाय-कॉफी पीने से डिहाइड्रेशन, एसिडिटी और गैस की समस्याएं हो सकती हैं। भूख लगने पर नारियल पानी, ताजे फलों का जूस, लस्सी, दूध पीना बेहतर विकल्प होता है। ये पेय पदार्थ ना केवल आपको हाइड्रेटेड रखते हैं, बल्कि इनमें मौजूद न्यूट्रिएंट्स भी आपके और आपके बेबी के लिए फायदेमंद होते हैं।
व्रत खोलते वक्त ध्यान रखें
पूरे दिन व्रत रखने के बाद शाम को तरह-तरह के व्यंजन देखकर खुद को कंट्रोल करना बहुत मुश्किल हो जाता है। लेकिन इस समय बहुत ज्यादा तला-भुना, मिर्च-मसालेदार भोजन करने से गैस, अपच, और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए सादा और कम भोजन करें। व्रत खोलने के लिए सूप, लस्सी, छाछ जैसे लिक्विड्स का सेवन कर सकती हैं। इसके साथ ही क्विनोआ, सलाद और कम मात्रा में चावल का सेवन भी कर सकती हैं। इससे आपका पाचन तंत्र सही रहेगा और कोई परेशानी नहीं होगी।
आराम और ध्यान
प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखना सिर्फ फिजिकल चैलेंज ही नहीं, बल्कि मानसिक चुनौती भी होता है। इस दौरान खुद को आराम देना और मानसिक रूप से शांत रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है। व्रत के दौरान ध्यान करें, गहरी सांस लें और ज्यादा थकान महसूस न करें। अगर बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस हो, तो तुरंत व्रत तोड़ दें और डॉक्टर से संपर्क करें।
डॉक्टर की सलाह
प्रेग्नेंसी के दौरान उपवास रखने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें। हर महिला की प्रेग्नेंसी भिन्न होती है और सभी के शरीर की जरूरतें भी भिन्न होती हैं। डॉक्टर ही आपकी मेडिकल हिस्ट्री तथा वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर काम की सलाह दे सकते हैं. हरियाली तीज का व्रत रखना एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है. सही जानकारी और सावधानी बरतकर आप इस व्रत को भी सुरक्षित और सफलतापूर्वक निभा सकती हैं.