Stress in Women : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव हर किसी के लिए काफी बढ़ गया है। जब बात आती है कि स्ट्रेस पुरुष या महिला किसे ज्यादा होता है ? इस सवाल का जवाब क्या है कि महिलाओं को अधिक स्ट्रेस होता है क्योंकि वह ऑफिस के साथ-साथ घर की जिम्मेदारियां भी संभालती हैं। इस दौरान कई सारी शारीरिक परेशानियां भी महिलाओं को ट्रस्ट देती है। पुरुषों की तुलना में देखा जाए तो महिलाएं ज्यादा स्ट्रेस में रहती हैं। साइकोलॉजी के मुताबिक एक साथ कई रोल निभाने हेल्थ प्रॉब्लम्स परिवार को लेकर चलना काम का दबाव होमवर्क महिलाओं की जिंदगी पर हावी हो जाता है यही वजह है कि महिलाएं अधिक स्ट्रेस में रहती हैं।
मल्टी टास्किंग
महिलाओं पर कई तरह की जिम्मेदारियां होती है जिसे वह करने में सक्षम भी होती हैं। इन सभी कामों को करने में महिला की इच्छा हो या फिर मजबूरी वह इन्हें पूरा ही करती है। इस तरह से यह जिम्मेदारियां महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से थका देती है। पुरुष की तुलना में महिलाएं मल्टीटास्किंग होती है जो एक साथ घर के काम के साथ-साथ ऑफिस का काम भी संभाल लेती है। ऐसे में महिलाओं को समय-समय पर ब्रेक लेते रहना चाहिए। काम के दबाव से स्ट्रेस बहुत ज्यादा हो जाता है जो स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है।
डिजिटल ओवरलोड
महिलाओं के साथ अक्सर ऐसा होता है कि वह दिन भर के कामकाज करने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के हंसते खेलते वीडियो देखी है तो दुखी हो जाती है। असल में जिम्मेदार महिलाओं को यह सब करने का समय नहीं मिलता है जिसकी वजह से वह निराश रहती है और स्ट्रेस होता है। महिलाओं को डिजिटल ओवरलोड काम करना चाहिए इसके लिए आपको अपने लिए भी समय निकालना जरूरी है।
घर में रहना
एक जगह पर पड़े पड़े काम करते रहना महिलाओं के लिए चैलेंजिंग हो जाता है इस तरह से पूरी एनर्जी तनाव में बदल जाती है। आपको अपना ध्यान रखते हुए वीकेंड पर फैमिली के साथ बाहर घूमने का प्लान जरूर बनना चाहिए। ऐसा करने से आपका मूड फ्रेश होता है और आप खुश रहती हैं। इस तरह से आपको तनाव भी नहीं होता है और आपके कामकाज भी अच्छी तरह से चलते रहते हैं।
क्रिएटिविटी ब्लॉक
कई बार ऐसा होता है कि महिलाएं अपने रोजाना के रूटीन में मशीन की तरह दिन-रात काम करती हैं। इसके बाद उन्हें अलग तरह की एक्टिविटी करने का मौका नहीं मिलता है। महिलाओं की हॉबी या उनका पैशन दबा हुआ रह जाता है इसकी वजह से वह स्ट्रेस लेने लग जाती हैं। अगर आप भी अपनी बोरिंग और थकान भरी जिंदगी से परेशान हो गई है तो आपको कुछ क्रिएटिव करना जरूरी है। इस तरह से आपका मन खुश रहता है और आपको तनाव कम होता है।
उम्मीदें
हर महिला से यह उम्मीद की जाती है कि वह किसी भी काम को पर्फेक्ट तरीके से करें। ऐसे में महिलाओं पर इस बात का पूरा स्ट्रेस रहता है कि वह जिम्मेदारी के साथ काम को पूरा करें। इस दौरान अनिद्रा और डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी आती हैं। महिलाओं को खुद को परफेक्ट कहलन के लिए इन सभी चीजों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को जीतना जरूरी हो उतना ही काम करना चाहिए। बाकी वह घर के अन्य सदस्यों से भी मदद ले सकती हैं।